जानिए लोध के बारे में Lodhra Medicinal Tree in Hindi

lodhara medicinal uses

आयुर्वेद में लोध को ग्राही, हल्का, शित्रल, नेत्रों के लिए हितकार, कसैला, कफ तथा पित्तहर बताया गया है। यह रक्तपित्त, रुधिरविकार, ज्वर, ज्वारातिसार, और शोथ को हरने वाली प्रभावी औषध है।

दवाएं जो मासिक को कुछ दिन टाल देती हैं Allopathic Medicines to Delay Periods in Hindi

Norethisterone is available inmarket as generic medicine and also from many pharmaceutical companies. Norethisterone 5mg, is used mainly in case of menstrual problems. It is also indicated to delay periods for maximum upto 17 days. After stopping the medicine periods occur after 2-3 days.

जानिये गुड़ के फायदे Jaggery (Gur or Gud) in Hindi

gud ke aushadiy upyog

आयुर्वेद के अनुसार पुराना गुड़ अधिक स्वास्थ्यवर्धक होता है। आयुर्वेदिक के आसव-अरिष्ट बनाते समय गुड के घोल में ही किण्वन किया जाता है। इसलिए पढ़े, जाने और अपनाएँ गुणवर्धक गुड़ को अपने भोजन में।

एलारसिन बंगशील के फायदे, नुकसान, उपयोग विधि और प्राइस

यह दवाई यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन, यूटीआई, जिसे पेशाब का इन्फेक्शन भी कहते हैं, में बहुत लाभकारी है। इसके अतिरिक्त यह पेशाब-मूत्रमार्ग सम्बन्धी अन्य समस्याओं और प्रोस्टेट बढ़ने में भी अच्छे परिणाम देती है।

जानिये वंग भस्म के लाभ, उपयोग, दुष्प्रभाव आदि के बारे में

यह पुरुष की इन्द्रिय को ताकत देती है, शुक्र धारण में सहयोग करती है, वीर्य को गाढ़ा करती है तथा नामर्दी, शीघ्रपतन, पेशाब के साथ शुक्र जाना, स्वप्न में स्खलन, हस्तमैथुन आदि में रोगों को नष्ट करती है। इसे आयुर्वेद में शुक्रक्षय, स्वप्नमेह, शुक्र स्खलन, नपुंसकता की सर्वोत्तम औषधि माना गया है।

शिलाप्रवंग के फायदे, नुकसान, उपयोग विधि और प्राइस

shilapravang for male health

Shilapravang (Mouktikyukta) is a Rasayan or tonic medicine which gives energy. It mainly works on Shukravaha Srotas and gives relief in burning sensation due to its cooling action. This medicine is useful in Prameha, Madhumeha, Shukrakshaya, Ojakshaya & Dhatushaithilya and benign type of Prostatitis.

बोल – मुरमकी Commiphora myrrha in Hindi

myrrh gum

बोल को आयुर्वेद, सिद्ध और यूनानी में एक दवा की तरह से से प्रयोग करते हैं। इसमें एंटीसेप्टिक, दर्द शामक, एंटीफंगल, एंटीट्यूमर, कृमिनाशक, और घाव को ठीक करने के गुण होते हैं। बाहरी रूप से इसे मुख में सूजन, मसूड़ों की सूजन, दांतों के आस-पास सूजन, घाव, बेडसोर्स, आदि में प्रयोग करते हैं।

कामिनी विद्रावण रस के फायदे, नुकसान, उपयोग विधि और प्राइस

kamini vidrawan ras

कामिनी विद्रावण रस के अच्छे प्रभाव और कई खतरनाक दुष्प्रभाव भी है। इसलिए यह बहुत ही आवश्यक है की दवा के बारे में विस्तार से जाना जाए। इसके सेवन से आपके शरीर पर किस तरह का प्रभाव पड़ेगा और कैसे यह स्वास्थ्य को प्रभावित करेगी, यह सभी जानकारी दवा को प्रयोग करने से फले ही भली-भांति जान लेना चाहिये।