पुनर्नवा अर्क के फायदे, नुकसान, उपयोग विधि और प्राइस

पुनर्नवा अर्क Punarnava Ark in Hindi, को पुनर्नवा से बनाया जाता है। यह दवाई लीवर-किडनी रोग, पीलिया, पथरी, डायबिटीज, गठिया, आदि रोगों में फायदेमंद है। पुनर्नवा अर्क लीवर के रोगों, पांडु, कामला, शरीर में पानी भर जाना, पूरे शरीर में सूजन, जोड़ों में दर्द-सूजन आदि में लाभप्रद है। यह बुखार, जलोदर, श्वास लेने में कठिनाई, एनीमिया आदि में भी बहुत प्रभावी है।

पुनर्नवा अर्क (बोहेरविया डिफ्यूसा) प्लाज्मा, रक्त, मांसपेशियों, नसों और प्रजनन अंगों पर कार्य करता है। इसमें कायाकल्प, डायफोरेटिक और एमेटिक गुणों के साथ महत्वपूर्ण सूजन कम करने के, रेचक और मूत्रवर्धक गुण है। पुनर्नवा जिगर और गुर्दे की बीमारियों के लिए उपयोग की जाने वाली सबसे अच्छी जड़ी बूटी में से एक है। पुनर्नवा मूत्रवर्धक है और मूत्र में एल्बमिन, मूत्र प्रोटीन विसर्जन और स्पेसिफिक ग्रेविटी को कम करता है। यह एक यूरिनरी एंटीसेप्टिक भी है। यूरोलिथियासिस के इलाज के लिए भी इसकी की सिफारिश की जाती है।

पुनर्नवा पांडुरोग, हिपेटाईटिस, यकृत की खराबी, विषदोष,शूल, शोथ, पथरी, जलोदर, मूत्र अवरोध, मूत्रकृच्छ, हृदय रोग, सूजन, हाथ-पैर में पानी इकठ्ठा हो जाना, अनिद्रा, आदि में अत्यंत प्रभावशाली है।

पुनर्नवा अर्क सामान्यीकृत और स्थानीय शोफ कम कर देता है। यह दवा तासीर में न तो ठंडी है न गर्म। इसके सेवन से शरीर में विजातीय पदार्थ दूर होते हैं और मूत्रल गुण के कारण सूजन दूर होती है।

यह दवाई एक आयुर्वेदिक अर्क है। अर्क बनाने के लिए पुनर्नवा के पूरे पौधे को साफ़ करके रात में पानी में भिगो देते हैं। भिगो देने से यह मुलायम हो जाता है। अगले दिन इसे नाड़िका यंत्र में डाल कर, इसे वाष्पीकृत करके भाप को कंडेंस कर अर्क बना लिया जाता है। अर्क को बोतलों में इकठ्ठा कर लिया जाता है। पुनर्नवा से बनने वाला यह अर्क, पुनर्नवा अर्क कहलाता है।

यह पेज पुनर्नवा अर्क के बारे में हिंदी में जानकारी देता है जैसे कि दवा का कम्पोज़िशन, उपयोग, लाभ/बेनेफिट्स/फायदे, कीमत, खुराक/ डोज/लेने का तरीका, दुष्प्रभाव/नुकसान/खतरे/साइड इफेक्ट्स/ और अन्य महत्वपूर्ण ज़रूरी जानकारी।

  • पुनर्नवा अर्क में मौजूद सामग्री क्या हैं?
  • पुनर्नवा अर्क के उपयोग upyog क्या हैं?
  • पुनर्नवा अर्क के फायदे faide क्या हैं?
  • पुनर्नवा अर्क के दुष्प्रभाव या नुकसान nuksan क्या हैं?
  • पुनर्नवा अर्क को कब नहीं लेते हैं?
  • पुनर्नवा अर्क के संभावित दवा interaction क्या हैं?
  • पुनर्नवा अर्क से जुड़ी चेतावनियां और सुझाव क्या हैं?

उत्पाद की जानकारी

  • दवा का नाम: पुनर्नवा अर्क Punarnava Ark, Ark Punarnava Syrup, Ark Punarnava
  • उपलब्धता: यह ऑनलाइन और दुकानों में उपलब्ध है।
  • दवाई का प्रकार: हर्बल
  • मुख्य उपयोग: यकृत विकार, हेपेटाइटिस, गठिया
  • मुख्य गुण: सूजन और दर्द में राहर देना, लीवर की रक्षा करना
  • दोष इफ़ेक्ट: कफ कम करना, वात संतुलित करना
  • गर्भावस्था में प्रयोग: नहीं करें

पुनर्नवा अर्क के घटक | Ingredients of Punarnava Ark in Hindi

  • पुनर्नवा Punarnava (Rakta Punarnava) (Pl।) 1 Part
  • पानी Water 4 Part

पुनर्नवा के आयुर्वेदिक गुण और कर्म

पुनर्नवा त्रिदोषहर, लेखन, शोथहर, दीपन, अनुलोमन, रेचक, हृदय, रक्तवर्धक, कासहर, मूत्रजनन स्वेदजनन, ज्वरघ्न, कुष्ठाघ्न, रसायन, और विषघ्न है। यह मूत्रल होने से शोथहर है। स्वाद में यह कड़वा कसैला, मधुर है। यह गुण में रूक्ष है और मधुर विपाक है। विपाक का अर्थ है जठराग्नि के संयोग से पाचन के समय उत्पन्न रस। इस प्रकार पदार्थ के पाचन के बाद जो रस बना वह पदार्थ का विपाक है। शरीर के पाचक रस जब पदार्थ से मिलते हैं तो उसमें कई परिवर्तन आते है और पूरी पची अवस्था में जब द्रव्य का सार और मल अलग हो जाते है, और जो रस बनता है, वही रस उसका विपाक है। मधुर विपाक के सेवन से शरीर में निर्माण होते हैं।

  • रस (taste on tongue): मधुर, तिक्त, कषाय
  • गुण (Pharmacological Action): रुक्ष
  • वीर्य (Potency):शीत (परन्तु कुछ जगहों पर इसे उष्ण वीर्य माना गया है)
  • विपाक (transformed state after digestion): मधुर

कर्म:

  • अनुलोमन: द्रव्य जो मल व् दोषों को पाक करके, मल के बंधाव को ढीला कर दोष मल बाहर निकाल दे।
  • कफनिःसारक / छेदन: द्रव्य जो श्वासनलिका, फेफड़ों, गले से लगे कफ को बलपूर्वक बाहर निकाल दे। expectorant
  • कफहर: द्रव्य जो कफ को कम करे। anti- phlegmatic
  • पित्तहर: द्रव्य जो पित्तदोष पित्तदोषनिवारक हो। antibilious
  • मूत्रकृच्छघ्ना: द्रव्य जो मूत्रकृच्छ stranguryको दूर करे।
  • मूत्रल : द्रव्य जो मूत्र ज्यादा लाये। diuretics
  • रसायन: द्रव्य जो शरीर की बीमारियों से रक्षा करे और वृद्धवस्था को दूर रखे। toxin
  • विषहर : द्रव्य जोविष के प्रभाव को दूर करे। antidote
  • शोथहर: द्रव्य जो शोथ / शरीर में सूजन, को दूर करे। antihydropic
  • श्लेष्महर: द्रव्य जो चिप्चे पदार्थ, कफ को दूर करे।

पुनर्नवा अर्क के फायदे | Benefits of Punarnava Ark in Hindi

  • पुनर्नवा अर्क एलर्जी विरोधी है।
  • पुनर्नवा अर्क दर्द निवारक है।
  • पुनर्नवा अर्क गठिया में जोड़ों में दर्द और सूजन को कम करने वाली दवा है।
  • पुनर्नवा अर्क कास-श्वास में लाभप्रद है।
  • पुनर्नवा अर्क ज्वरनाशक है।
  • पुनर्नवा अर्क मूत्रल है।
  • पुनर्नवा अर्क हीमेटिनिक और इसके सेवन से हीमोग्लोबिन का स्तर बढ़ता है।
  • पुनर्नवा अर्क दवा हेमेटोजेनिक है और लाल रक्त कोशिकाओं के गठन में मदद करता है।
  • पुनर्नवा अर्क में इम्यूनोमॉड्यूलेटरी गुण हैं।
  • पुनर्नवा अर्क में एंटी-एडिमा गुण है।
  • पुनर्नवा अर्क यकृत विकारों और हृदय रोगों के कारण एडिमा में लाभप्रद है।
  • पुनर्नवा अर्क यकृत कार्यों में सुधार करता है।
  • पुनर्नवा अर्क दवा कफ दोष को कम करता है।
  • पुनर्नवा अर्क भूख को बढ़ा ता है।
  • पुनर्नवा अर्क दवा वात को संतुलित करता है।

पुनर्नवा अर्क के चिकित्सीय उपयोग | Uses of Punarnava Ark in Hindi

पुनर्नवा अर्क मृदु विरेचक है जो की शरीर से मल को दूर करने में सहायक है। यह पाचक, मूत्रल, काफनिःसारक, वामक है। इसका सेवन श्वास, सूजाक, शोथ, पीलिया, हेपेटाईटिस, कामला, मूत्रकृच्छ, मूत्रघात, प्लीहा-यकृत वृद्धि समेत बहुत से रोगों में लाभप्रद है। नेत्र रोगों में भी पुनर्नवा का प्रयोग अच्छे परिणाम देता है।

  • उदर रोग (एसाइटिस) Udararoga (Ascites)
  • खाँसी, ब्रोंकाइटिस, ब्रोन्कियल शिकायत Cough, Bronchitis, Bronchial complaints
  • गठिया Gouty Arthritis
  • गर्दन-पीठ के क्षेत्र में दर्द Pain in the back region from neck to low back
  • गुर्दा रोग Renal diseases
  • घुटने के जोड़ों में दर्द और सूजन, टखने में सूजन Pain and swelling in both knee joints, ankle
  • जलोदर, एडेमा (अतिरिक्त पानी के संचय के कारण नरम ऊतकों की सूजन) Dropsy, Oedema (swelling of soft tissues due to the accumulation of excess water)
  • जिगर की बीमारियों में (यकृत के रोग) Liver diseases (Diseases of liver)
  • डिस्पेनिया / अस्थमा Shvasa (Dyspnoea/Asthma)
  • द्रव प्रतिधारण, सूजन Fluid retention, swelling
  • पांडु (एनीमिया) Pandu (Anemia)
  • पीलिया (आंखों की त्वचा या सफेद की पीली, वर्णक बिलीरूबिन से अधिक होने से उत्पन्न होती है और आमतौर पर पित्त नली के रुकावट, यकृत की बीमारी, या लाल रक्त कोशिकाओं के अत्यधिक विघटन द्वारा) Jaundice (yellowing of the skin or whites of the eyes, arising from excess of the pigment bilirubin and typically caused by obstruction of the bile duct, by liver disease, or by excessive breakdown of red blood cells)
  • पॉलीसिस्टिक यकृत रोग Polycystic liver disease
  • फैटी लीवर रोग (हेपेटिक स्टीटोसिस) Fatty Liver Disease (Hepatic Steatosis)
  • बढ़ा यूरिक एसिड स्तर Elevated uric acid levels
  • बुखार Fever
  • भूख नहीं लगना Appetite loss
  • मूत्रजनन संबंधी विकार Urogenital disorder
  • यूरीमिया Uremia
  • रक्ताल्पता Anemia
  • लीवर सिरोसिस Liver cirrhosis
  • शूल (कोलिकी दर्द) Shula (Colicky Pain)
  • शोफ Edema
  • संधिगत वात Sandhigata Vata
  • सर्वंगशोथ Sarvangashotha (Generalized tremors)
  • साँस लेने में परेशानी Breathing troubles
  • सामान्य कमज़ोरी General weakness
  • हाइपोथाइरोइड Hypothyroidism (underactive thyroid disease)
  • हेपेटाइटिस (हेपेटाइटिस ए, हेपेटाइटिस बी, हेपेटाइटिस सी) Hepatitis (Hepatitis A, Hepatitis B, Hepatitis C)

पुनर्नवा अर्क की सेवन विधि और मात्रा | Dosage of Punarnava Ark in Hindi

  • पुनर्नवा के अर्क को दिन में दो बार ले सकते हैं।
  • इसे खाली पेट लेना चाहिए।
  • इसे लेने की मात्रा 10 से 30 ml है।
  • बच्चों को वयस्कों को दी जाने वाली मात्रा का आधा या उम्र के हिसाब से, दवा दी जा सकती है।

पुनर्नवा अर्क के इस्तेमाल में सावधनियाँ | Cautions in Hindi

  • इसका इस्तेमाल चिकित्सक की सलाह के आधार पर 1 से 3 महीने तक किया जा सकता है।
  • उम्र और ताकत पर विचार करते हुए और किसी वैद्य की विशेषज्ञ सलाह के साथ, दवा का उचित अनुपात में उचित अनुपान के साथ इस्तेमाल किया जाना चाहिए।

पुनर्नवा अर्क के साइड-इफेक्ट्स | Side effects of Punarnava Ark in Hindi

  • निर्धारित खुराक में लेने से दवा का कोई दुष्प्रभाव नहीं है।
  • इस दवा में मूत्रल और विरेचन के गुण है।

पुनर्नवा अर्क को कब प्रयोग न करें | Contraindications in Hindi

  • इसे गर्भावस्था और स्तनपान के दौरान न लें।
  • यदि दवा से किसी भी तरह का एलर्जिक रिएक्शन हों तो इसका इस्तेमाल नहीं करें।
  • समस्या अधिक है, तो डॉक्टर की राय प्राप्तकर सही उपचार कराएं जिससे रोग बिगड़े नहीं।

भंडारण निर्देश

  • सूखी जगह में स्टोर करें।
  • इसे बच्चों की पहुँच से दूर रखें।

दवा के बारे में पूछे जाने वाले कुछ सवाल

क्या इस दवा को एलोपैथिक दवाओं के साथ ले सकते हैं?

हाँ, ले सकते हैं। लेकिन दवाओं के सेवन में कुछ घंटों का गैप रखें।

क्या पुनर्नवा अर्क को होम्योपैथिक दवा के साथ ले सकते हैं?

ले तो सकते हैं। लेकिन इस से हो सकता है कि दोनों ही दवाएं काम नहीं करें। इसलिए, दवा के असर को देखना ज़रूरी है।

पुनर्नवा अर्क को कितनी बार लेना है?

  • इसे दिन में 2 बार लेना चाहिए।
  • इसे दिन के एक ही समय लेने की कोशिश करें।

क्या दवा की अधिकता नुकसान कर सकती है?

दवाओं को सही मात्रा में लिया जाना चाहिए। ज्यादा मात्रा में दवा का सेवन साइड इफेक्ट्स कर सकता है।

क्या पुनर्नवा अर्क सुरक्षित है?

हां, सिफारिश की खुराक में लेने के लिए सुरक्षित है।

पुनर्नवा अर्क का मुख्य संकेत क्या है?

  • कामला या पीलिया, सर्वांग शोथ, यकृत शोथ, यकृत बढ़ जाना, पेशाब समस्या आदि।
  • आँखों की जलन में इसे कुछ बूँद की मात्रा में दिन में 3 से 4 बारड्रॉपर की सहायता से आँखों में डालते हैं।

पुनर्नवा अर्क का वात-पित्त या कफ पर क्या प्रभाव है?

  • वात कम करना।
  • पित्त कम करना।
  • कफ कम करना।

क्या इसमें गैर-हर्बल सामग्री शामिल है?

नहीं।

मैं यह दवा कब तक ले सकता हूँ?

आप इसे 1-3 महीने के लिए ले सकते हैं।

पुनर्नवा अर्क लेने का सबसे अच्छा समय क्या है?

इसे भोजन के पहले लिया जाना चाहिए एक ही समय में दैनिक रूप में लेने की कोशिश करें। हो सके तो इसे खाली पेट लें या खाना खाने के आधा घंटे पहले लें या खाना खाने के 1 घंटे बाद लें।

क्या पुनर्नवा अर्क एक आदत बनाने वाली दवा है?

नहीं।

क्या यह दिमाग की अलर्टनेस पर असर डालती है?

नहीं।

क्या पुनर्नवा अर्क लेने के दौरान ड्राइव करने के लिए सुरक्षित है?

हाँ।

क्या मैं इसे पीरियड्स के दौरान ले सकती हूँ?

इसे लिया जा सकता है। पीरियड्स के दौरान नहीं लें, अगर आपको रक्तस्राव पैटर्न पर कोई प्रभाव महसूस होता है।

क्या एक मधुमेह व्यक्ति इसे ले सकता है?

हाँ।

क्या इसे बच्चों को दे सकते हैं?

7 वर्ष से अधिक उम्र के बच्चों के लिए, आप इस दवा को कम मात्रा में दे सकते हैं। लेकिन सही स्वास्थ्य समस्या और सही खुराक जानने के लिए चिकित्सक की सलाह लेनी ज़रूरी है।

क्या इसे प्रेगनेंसी में ले सकते हैं?

प्रेगनेंसी में कोई भी दवा बिना डॉक्टर की सलाह के लेने से बचें। प्रेगनेंसी में हॉर्मोन लेवल में बहुत बदलाव होता है। इम्युनिटी भी कम हो जाती है। गर्भाशय में पल रहे शिशु तक भी दवा जाती है। इसलिए, कोई दवा कैसे शरीर पर असर करेगी यह कह नहीं सकते। इसके अतिरिक्त इस दवा के विषय में पर्याप्त शोध भी उपलब्ध नहीं है। इसलिए किसी भी तरह के दवा के सेवन से बचें।

Punarnava Ark (Classical medicine) is Herbal Ayurvedic medicine. It acts on plasma, blood, muscles, fat, nerves and reproductive organs and possess significant anti-inflammatory, laxative and diuretic action along with stomachic, expectorant, rejuvenative, diaphoretic and emetic properties. Punarnava is one of the best herb used for diseases of liver and kidney. Punarnava is diuretic and decreases urinary albumin, urinary protein excretion and specific gravity. It is also a urinary antiseptic. The root decoction is recommended for the treatment of urolithiasis. Here is given more about this medicine, such as indication/therapeutic uses, Key Ingredients and dosage in Hindi language.

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