मुग़ल ए आज़म के फायदे, नुकसान, उपयोग विधि और प्राइस

मुग़ल ए आज़म Mughal-E-Azam Plus एक हर्बल फार्मूला है। यह पुरुषों के लिए है और प्रीमेच्योर एजाकुलेशन premature ejaculation जिसे शीघ्रपतन या शीघ्र स्खलन भी कहते हैं, में उपयोगी है। यह मुख्य रूप से वाजीकारक, पौष्टिक, और बलवर्धक दवाई है। इससे धातु की कमी दूर होती है और शरीर हृष्ट पुष्ट बनता है।

Note: यह बहुत ही महँगी दवा है और इसमें प्रयुक्त चीजें सिर्फ टॉनिक हैं, इससे आप की समस्या ठीक भी होसकती है लेकिन कोई 100% गारंटी नहीं है, यह कोई जादो नही है, बहुत सोच समझ कर अपनी क्षमता के हिसाब से ही खर्च करें।

मुग़ल ए आज़म दवा के बारे में इस पेज पर जो जानकारी दी गई है वह इसमें प्रयुक्त जड़ी-बूटियों के आधार पर है। हम इस प्रोडक्ट को एंडोर्स नहीं कर रहे। यह दवा का प्रचार नहीं है। हमारा यह भी दावा नहीं है कि यह आपके रोग को एकदम ठीक कर देगी। यह आपके लिए फायदेमंद हो भी सकती हैं और नहीं भी। दवा के फोर्मुलेशन के आधार और यह मानते हुए की इसमें यह सभी द्रव्य उत्तम क्वालिटी के हैं, इसके लाभ बताये गए हैं। मार्किट में इसी तरह के फोर्मुले की अन्य फार्मसियों द्वारा निर्मित दवाएं उपलब्ध हैं। इस पेज पर जो जानकारी दी गई है उसका उद्देश्य इस दवा के बारे में बताना है। कृपया इसका प्रयोग स्वयं उपचार करने के लिए न करें। हमारा उद्देश्य दवा के लेबल के अनुसार आपको जानकारी देना है।

Mughal-e-Azam Plus Capsule is an herbal formula from Hashmi. It helps to improve sexual performance in males. Mughal-E-Azam Plus helps to delay ejaculation and promote a very satisfying and pleasurable sexual life.

Here is given more about this medicine, such as indication/therapeutic uses, Key Ingredients and dosage in Hindi language.

  • निर्माता: हाशमी
  • उपलब्धता: यह ऑनलाइन उपलब्ध है।
  • दवाई का प्रकार: हर्ब और शिलाजीत युक्त दवा
  • मुख्य उपयोग: पुरुषों के लिए टॉनिक
  • मुख्य गुण: एंटीऑक्सीडेंट, रसायन, टॉनिक
  • दवा का अनुपान: गर्म जल अथवा गर्म दूध
  • दवा को लेने का समय: दिन में दो बार, प्रातः और सायं

मुग़ल ए आज़म के आयुर्वेदिक गुण in Hindi

  1. शुक्रवर्धक, बलवर्धक, वीर्यवर्धक
  2. बाजीकरण: द्रव्य जो रति शक्ति में वृद्धि करे।
  3. शुक्रल: द्रव्य जो शुक्र की वृद्धि करे।

मुगले आज़म कैप्सूल के घटक | Ingredients of Mughal-e-Azam Plus Capsule in Hindi

  1. अश्वगंधा Withania Somnifera 100 mg
  2. कौंच Mucuna Pruriens 100 mg
  3. शतावर Asparagus Racemosus 100 mg
  4. सोंठ Zingiber Officinale 25 mg
  5. अमरबेल Cuscuta reflexa 25 mg
  6. अकरकरा Anacyclus Pyrethrum 20 mg
  7. काली मूसली Curculigo Orchiodes 20 mg
  8. खुरासानी अजवायन Hyoscyamus niger 20 mg
  9. शिलाजीत Black Bitumen 20 mg
  10. जायफल Myristical Fargrans 20 mg
  11. मुलेठी Glycyrrhiza glabra 20 mg
  12. सालब मिश्री Orchis Latifolia 10 mg
  13. भृंगराज Eclipta alba 10 mg
  14. कलौंजी Nigella Sativa 5 mg
  15. केशर Crocus Sativa 5 mg

जानिए मुख्य जड़ी-बूटियों को

अश्वगंधा को असगंध, विथानिया, विंटर चेरी आदि नामों से जाना जाता है। इसकी जड़ को सुखा, पाउडर बना आयुर्वेद में वात-कफ शामक, बलवर्धक रसायन की तरह प्रयोग किया जाता है। यह एक टॉनिक दवा है। यह शरीर को बल देती है। असगंध तिक्त-कषाय, गुण में लघु, और मधुर विपाक है। यह एक उष्ण वीर्य औषधि है। यह वात-कफ शामक, अवसादक, मूत्रल, और रसायन है जो की स्पर्म काउंट को बढ़ाती है।

  1. अश्वगंधा जड़ी बूटी पुरुषों में यौन शक्ति बढ़ाने के लिए प्रयोग की जाती है।
  2. यह पुरुष प्रजनन अंगों पर विशेष प्रभाव डालती है।
  3. यह पुरुषों में जननांग के विकारों के लिए एक बहुत ही अच्छी दवा है।
  4. यह वीर्य की मात्रा और गुणवत्ता को बढ़ाने में भी मदद करती है।
  5. यह शुक्र धातु की कमी, उच्च रक्तचाप, मूर्छा भ्रम, अनिद्रा, श्वास रोगों, को दूर करने वाली उत्तम वाजीकारक औषधि है।

मुसली को हर्बल वियाग्रा के रूप में जाना जाता है। यह पुरुष प्रजनन प्रणाली को दुरुस्त करती है। मुसली की जड़ों को पुरुषों की यौन कमजोरी दूर करने के लिए पारंपरिक रूप से इस्तेमाल किया जाता है। यह पुरुषों में यौन कमजोरी के लिए एक पोषक टॉनिक के रूप में कार्य करती है।

जायफल या जातीफल एक प्रसिद्ध मसाला है। यह मिरिस्टिका फ्रेगरेंस वृक्ष के फल में पाए जाने वाले बीज की सुखाई हुई गिरी है। जायफल और जावित्री दोनों एक ही बीज से प्राप्त होते हैं। जायफल की बाहरी खोल outer covering या एरिल को जावित्री Mace कहते है और इसे भी मसाले की तरह प्रयोग किया जाता है। भारत में जायफल के वृक्ष तमिलनाडु में और कुछ संख्या में केरल, आंध्र प्रदेश, निलगिरी की पहाड़ियों में पाए जाते है।

जायफल को बाजिकारक aphrodisiac दवाओं और तेल को तिलाओं में डाला जाता है। यह पुरुषों की इनफर्टिलिटी, नपुंसकता, शीघ्रपतन premature ejaculationकी दवाओं में भी डाला जाता है। यह इरेक्शन को बढ़ाता है लेकिन स्खलन को रोकता है। यह शुक्र धातु को बढ़ाता है। यह बार-बार मूत्र आने की शिकायत को दूर करता है तथा वात-कफ को कम करता है।

शिलाजीत पहाड़ों से प्राप्त, सफेद-भूरा मोटा, चिपचिपा राल जैसा पदार्थ है (संस्कृत शिलाजतु) जिसमे सूजन कम करने, दर्द दूर करने, अवसाद दूर करने, टॉनिक के, और एंटी-ऐजिंग गुण होते हैं। इसमें कम से कम 85 खनिजों पाए जाते है। शिलाजीत एक टॉनिक है जो पुरुषों में यौन विकारों के उपचार के लिए इस्तेमाल किया जाता है। शिलाजीत रस में अम्लीय और कसैला, कटु विपाक और समशीतोष्ण (न अधिक गर्म न अधिक ठंडा) है।

ऐसा माना जाता है, संसार में रस-धातु विकृति से उत्पन्न होने वाला कोई भी रोग इसके सेवन से दूर हो जाता है। शिलाजीत शरीर को निरोगी और मज़बूत करता है।

  1. शिलाजीत पुरुषों के प्रमेह की अत्यंत उत्तम दवा है।
  2. शिलाजीत वाजीकारक है और इसके सेवन से शरीर में बल-ताकत की वृद्धि होती है।
  3. शिलाजीत पुराने रोगों, मेदवृद्धि, प्रमेह, मधुमेह, गठिया, कमर दर्द, कम्पवात, जोड़ो का दर्द, सूजन, सर्दी, खांसी, धातु रोग, रोगप्रतिरोधक क्षमता की कमी आदि सभी में लाभप्रद है।
  4. शिलाजीत शरीर में ताकत को बढाता है तथा थकान और कमजोरी को दूर करता है।
  5. शिलाजीत यौन शक्ति की कमी को दूर करता है।
  6. शिलाजीत भूख को बढाता है।
  7. शिलाजीत पुरुषों में नपुंसकता, शीघ्रपतन premature ejaculation, कम शुक्राणु low sperm count, स्तंभन erectile dysfunction में उपयोगी है।
  8. शिलाजीत शुक्राणुओं की संख्या बढ़ाने में मदद करता है।
  9. शिलाजीत के सेवन के दौरान, आहार में दूध की प्रधानता रहनी चाहिए।

मुगले आज़म कैप्सूल के फायदे | Benefits of Mughal-e-Azam Plus Capsule in Hindi

  1. यह इरेक्शन को मजबूत करती है।
  2. यह शीघ्रपतन में फायदेमंद है।
  3. यह शक्तिवर्धक, जोश वर्धक, और वाजीकारक औषधि है। इसके सेवन से प्रजनन अंगों को ताकत मिलती है और यौन दुर्बलता दूर होती है।

टेस्टोस्टेरोन पुरुषों के वृषण और एड्रेनल ग्लैंड से स्रावित होने वाला एंड्रोजन समूह का एक स्टीरॉएड हार्मोन है। यह प्रमुख पुरुष हॉर्मोन है जो की एनाबोलिक स्टीरॉएड है। टेस्टोस्टेरॉन पुरुषों में उनके प्रजनन अंगों के सही से काम करने और पुरुष लक्षणों जैसे की मूंछ-दाढ़ी, आवाज़ का भारीपन, ताकत आदि के लिए जिम्मेदार है। यदि टेस्टोस्टेरोन का स्तर कम हो जाता है तो यौन प्रदर्शन पर सीधे असर पड़ता है, जैसे की इंद्री में शिथिलता, कामेच्छा की कमी, चिडचिडापन, आदि। मूसली, अश्वगंधा और केवांच के सेवन से शरीर में टेस्टोस्टेरोन के स्तर को सुधारने में मदद होती है।

शरीर में यदि कमजोरी है तो सेक्स परफॉरमेंस भी कमजोर होगा। इस कैप्सूल में मूसली, अश्वगंधा, कौंच, आदि जैसे द्रव्य जाते हैं जो प्रजनन अंगों को पुष्ट करते हैं और वीर्य की मात्रा और गुणवत्ता में सुधार करते हैं। शुक्राणुओं के संख्या में इसके सेवन से वृद्धि संभव है।

मुगले आज़म कैप्सूल के चिकित्सीय उपयोग | Uses of Mughal-e-Azam Plus Capsule in Hindi

  1. शीघ्रपतन Premature Ejaculation
  2. बल और ताकत की कमी low strength-stamina
  3. मांसपेशियों में कमजोरी muscles weakness
  4. थकावट, स्टैमिना कम होना fatigue
  5. शरीर पर चर्बी की कमी, बहुत पतला होना emaciation
  6. सेक्सुअल टॉनिक sexual tonic
  7. शुक्र कीटों को बढ़ाना increasing Sperm Count
  8. वाजीकरण improving Sexual Desire
  9. लिबिडो कम होना कामेच्छा की कमी Low Libido
  10. यौन दुर्बलता Male Sexual Weakness
  11. स्वप्नदोष Nocturnal Emission (Night Fall)
  12. स्तम्भन दोष Erectile Dysfunction

मुगले आज़म कैप्सूल की सेवन विधि और मात्रा | Dosage of Mughal-e-Azam Plus Capsule in Hindi

  1. 1 कैप्सूल, दिन में दो बार, सुबह और शाम लें।
  2. इसे दूध के साथ लें।
  3. इसे भोजन करने के बाद लें।
  4. या डॉक्टर द्वारा निर्देशित रूप में लें।

सावधनियाँ/ साइड-इफेक्ट्स/ कब प्रयोग न करें Cautions/Side effects/Contraindications in Hindi

  1. इसे प्रयोग करने के 3-4 महीने बाद रिजल्ट मिलते हैं।
  2. अगर आप को कोई अन्य स्वास्थ्य समस्या है तो दवा में प्रयुक्त जड़ी-बूटियाँ का उस रोग और उसकी दवाओं पर असर ज़रूर चेक करें।
  3. इसके सेवन से वज़न बढ़ सकता है।
  4. इसे बच्चों की पहुँच से दूर रखें।
  5. इसे बताई मात्रा से अधिकता में न लें।
  6. यह दवा आपके लिए प्रभावी हो भी सकती है और नहीं भी।
  7. दवा के साथ-साथ भोजन और व्यायाम पर भी ध्यान दें।
  8. पानी ज्यादा मात्रा में पियें।
  9. पाचन ठीक करें।
  10. दवा के सेवन के दौरान दूध, घी, मक्खन, केला, खजूर आदि वीर्यवर्धक आहारों का सेवन अवश्य करें।
  11. जंक फ़ूड न खाएं।
  12. तले, भुने, खट्टे, मसालेदार भोजन न खाएं।
  13. एक्सरसाइज करें।
  14. तनाव कम करें।
  15. कब्ज़ में त्रिफला, इसबगोल आदि का सेवन कर सकते हैं। मुनक्का और किशमिश का सेवन भी कब्ज़ में लाभप्रद है।

5 thoughts on “मुग़ल ए आज़म के फायदे, नुकसान, उपयोग विधि और प्राइस

    • ji aap ko post aur dawa ka review padh kar samajh men aa gaya hoga, isako jitani dawa khareeden hai usako kha kar chhod dijiye, isamen jo bhi ingredient hain wo theek hain lekin unase need jyada aayegi

  1. I am unable to erect most of the time during sex….. Sometimes I erect hard but sometimes unable to erect… I can erect hard only 5 to 6 times in a month….. I am married from last 2 years but still no children

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