अमड़ा (जंगली-आम) के फायदे, नुकसान और उपयोग

आमड़े के कच्चे फल का रंग हरा होता है। इसका स्वाद खट्टा और कसैला तथा तासीर में गर्म होता है। कच्चा अमड़ा वातनाशक, भारी, गर्म, रुचिकारक, और दस्तावर है। यह अपच को दूर करता है।

आमड़े या अम्बाड़ा का संस्कृत में अम्रातकः, पीतन, मर्कटाम्र, कपितन, या अमड़ा कहा जाता है। इसे हिंदी में अम्बाड़ा, मराठी में आंवाड़ा, गुजराती में जंगली आम्बो और लैटिन में स्पानडियस मैंगिफेरा/ स्पानडियस पिनाटा नाम से जाना जाता है। आमड़े का फल कच्चे होने पर खट्टे होते है और इन्हें चटनी, जैम और आचार बनाने के लिए प्रयोग किया जाता है। मुलायम पत्तियों और फूलों को करी बनाने में इस्तेमाल किया जाता है।

इसका पेड़ जंगलों में भी पाया जाता है। अमड़ा एक औषधीय पेड़ भी है। इसके पत्तों, छाल, तने, फलो और जड़ों का प्रयोग प्राचीन समय से रोगों के उपचार में होता आया है।

Vernacular Names / Synonyms in Hindi

  • संस्कृत SANSKRIT: Amrataka अम्रातकः, Amratakah, आम्रातक, पीतन, कपितन, अम्बाड़ा, आमड़ा Kapitana
  • अंग्रेजी ENGLISH: Hog-Plum, Wild Mango, हॉग बेर, जंगली मैंगो
  • आयुर्वेदिक AYURVEDIC: Aamrataka, Aamrata, Aamada, Madhuparni, Kundalini, Kapitana, Markataamra
  • सिद्धा SIDDHA: Mambulichi, Kattuma
  • लोक FOLK: Jangali Aam, Amda
  • असमिया ASSAMESE: Amda
  • बंगाली BENGALI: Amda
  • गुजराती GUJARATI: Jangali Ambo, Ambeda
  • हिन्दी HINDI: Ambada, Amra, Jangli Aam, Amra, Ambara, अमरा, जंगली आम जंगली आम, अमरा अमरा, अम्बाड़ी
  • कन्नड़ KANNADA: Ambate, Amatemara
  • मलयालम MALAYALAM: Mampusli, Ambalam, Ambazham, Mampuiti, Ampozham Njettikuzhiyan mavu
  • मराठी MARATHI: Ambada अमडा
  • उड़िया ORIYA: Aabada
  • तमिल TAMIL: Mampulecci, Mampulicci, Pulicha kaai, Narimangai
  • तेलुगू TELUGU: Ambalamu
  • अन्य आम नाम OTHER COMMON NAMES: Amaro अमारो, Ambado आंबाडो, अमडा, आंबाडे

आमड़े के पेड़ ऊँचे होते हैं। पत्तियां पीले, चिकने, और आमने-सामने जोड़े में लगे होते है। वसंत शुरु होने पर आम की ही तरह इसमें सुनहरे रंग की मंजरी लगती है। जिनमे समय आने पर बेर जैसे गोल बड़े फल लगते हैं।

आमड़े के कच्चे फल का रंग हरा होता है। इसका स्वाद खट्टा और कसैला तथा तासीर में गर्म होता है। कच्चा अमड़ा वातनाशक, भारी, गर्म, रुचिकारक, और दस्तावर है। यह अपच को दूर करता है।

पका हुआ अमड़ा कसैला, स्वादिष्ट, रस वा पाक में शीतल, तृप्तिकारक, कफकारी, स्निग्ध, वीर्यवर्धक, ग्राही, पुष्टिकारक, भारी, बलकारक, और वात, पित्त, जलन, क्षय, और रक्त-विकार नाशक है।

Ayurvedic properties and action of dried stem powder and stem bark powder

सूखे तने के आयुर्वेदिक गुण

  • रस (जीभ पर स्वाद) : कसैले, अम्ल/ खट्टा
  • गुण (औषधीय कार्रवाई) : गुरु/ भारी
  • वीर्य : उष्ण
  • विपाक (पाचन के बाद): कटु/तीखे
  • स्टेम पाउडर के चिकित्सीय उपयोग: जलन, रक्त, दस्त, और पेचिश।
  • स्टेम पाउडर की खुराक: पाउडर के रूप में 1-3 ग्राम।

सूखे तने की छाल के आयुर्वेदिक गुण

  • रस (जीभ पर स्वाद): कसैले, अम्ल/ खट्टा
  • गुण (औषधीय कार्रवाई): गुरु/ भारी, सार/अस्थिर
  • वीर्य: उष्ण
  • विपाक (पाचन के बाद): कटु/तीखे
  • कार्रवाई: कफ-कर, वात-हर, पित्त-कर, आमदोषहर।
  • औषधीय प्रयोजन के लिए स्टेम छाल की खुराक: छाल का काढ़े बनाने के लिए 5-10 ग्राम पाउडर ; और दवा की तरह 1-3 ग्राम पाउडर।

अमोला के औषधीय उपयोग Medicinal Uses of Amda/ Jangali aam in Hindi

  • कान रोग में आमड़े के पत्ते रस का रस कान में टपकाते हैं।
  • नाक रोग में आमड़े की छाल का को पीसकर बकरी के दूध के साथ दिया जाता है।
  • डायरिया और पेचिश में इसके सूखे पत्ते के चूर्ण का इस्तेमाल किया जाता है। तने की छाल का काढ़ा भी इसी उद्देश्य के लिए प्रयोग किया जाता है।
  • ताजा, कोमल पत्तियों का रस पेट के रोगों के लिए दिया जाता है।
  • एसिडिटी में ताजा पत्तों का रस मिश्री के साथ दिया जाता है।
  • घावों के लिए फल का पेस्ट बाहर से लगाया जाता है।
  • छाल का पेस्ट मोच और गठिया में बाहर से लगाया जाता है।
  • छाल के काढ़े को सूजाक में प्रयोग किया जाता है।
  • जड़ मासिक धर्म को विनियमित करने में उपयोगी माना जाता है।

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